Premanand Ji Maharaj on husband wife: पति-पत्नी के रिश्ते पर जानें क्या बोले प्रेमानंद जी महाराज
Premanand Ji Maharaj on husband wife: पति-पत्नी के रिश्ते पर जानें क्या बोले प्रेमानंद जी महाराज
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Premanand Ji Maharaj on husband wife: पति और पत्नी का रिश्ता ऐसा है जिसमें प्यार के साथ तकरार भी होती है। फिर भी इस रिश्ते की खूबसूरती ये है की जब एक गर्म हो तो दूसरे को शांत रहना चाहिए। इससे दो फायदे होते हैं। पहला ये की इससे आपसी समझदारी बढ़ती है। दूसरा ये की संबंध मजबूत होते हैं।

Premanand Ji Maharaj on husband wife

वहीं प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार पति-पत्नी के बीच झगड़े या मतभेद एक सामान्य बात हो सकती है। इनका समाधान भी संभव है. स्वामी जी ने इस विषय पर गहरे ज्ञान और जीवन के अनुभव के आधार पर कुछ महत्वपूर्ण टिप्स और उपाय बताए हैं जिन्हें अपनाकर दंपत्ति अपने रिश्ते में शांति और प्यार ला सकते हैं. आइए जानते हैं प्रेमानंद जी महाराज ने क्या सुझाव दिया?

सहनशीलता का पालन करें

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं की पति-पत्नी (Premanand Ji Maharaj on husband wife) को धैर्य और सहनशीलता का पालन करना चाहिए. किसी भी रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन इनसे घबराएं नहीं.

अगर आप धैर्य रखेंगे और सहनशीलता का परिचय देंगे तो हर समस्या का हल निकल जाएगा. एक दूसरे पर आरोप मत लगाएं।

जरूरी है कि एक दूसरे को समझें

पति-पत्नी के बीच संचार की कमी ही झगड़ों की मुख्य वजह होती है. स्वामी प्रेमानंद जी महराज का मानना है कि अपने विचारों और भावनाओं को सही तरीके से एक-दूसरे से साझा करना जरूरी है. झगड़े का हल बातचीत से ही निकलता है इसलिए एक-दूसरे को सुनें और समझने की कोशिश करें. छोटी बातों पर मन मुटाव नहीं करना चाहिए।

सम्मान करें

पति पत्नी को एक दूसरे के रिश्ते को सम्मान देना चाहिए। एक दूसरे को समझेंगे तो सम्मान की भावना भी खुद आ जाएगी। प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार किसी भी रिश्ते में समझ और सम्मान बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. दोनों को एक-दूसरे के दृष्टिकोण और भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. अगर आप दोनों एक-दूसरे की भावनाओं को समझेंगे तो झगड़े की संभावना कम हो जाएगी.

भावनात्मक रूप से जुड़ें

Premanand Ji Maharaj on husband wife: स्वामी प्रेमानंद जी के अनुसार किसी भी रिश्ते में एक-दूसरे को भावनात्मक समर्थन देना बेहद महत्वपूर्ण है. जीवन की कठिनाइयों और परेशानियों में एक-दूसरे के साथ खड़ा होना और साथ मिलकर समस्याओं का समाधान ढूंढना चाहिए. यह रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है.घर का माहौल सकारात्मक और शांतिपूर्ण होना चाहिए.

गलती स्वीकार करने की आदत

Premanand Ji Maharaj on husband wife: अगर अपने गलती की है तो उसे स्वीकार करने मैं कोई हर्ज नहीं है। स्वामी जी ने बताया कि पति-पत्नी को एक-दूसरे से माफी मांगने और माफ करने की आदत डालनी चाहिए. यदि कोई गलती हो जाए तो बिना किसी हिचकिचाहट के माफी मांगें. यह रिश्ते को मजबूत बनाता है और झगड़ों को जल्दी समाप्त करता है।

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