Small savings scheme know how much you will earn in PPF KVP: केंद्र सरकार ने हाल ही में छोटी बचत योजनाओं (स्मॉल सेविंग स्कीम्स) के लिए अप्रैल-जून 2025 की तिमाही का ऐलान कर दिया है। अगर आप भी अपने पैसे को सुरक्षित निवेश (Small savings scheme) के जरिए बढ़ाने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए खास है। वित्त मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि इस बार पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र (KVP) जैसी लोकप्रिय योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। यानी आपकी कमाई पहले जितनी थी, उतनी ही रहेगी। आइए, इस खबर को थोड़ा करीब से समझते हैं और जानते हैं कि आपके निवेश का भविष्य क्या है।
Small savings scheme: लगातार पांचवीं तिमाही स्थिर
वित्त मंत्रालय के ताजा नोटिफिकेशन के मुताबिक, 1 अप्रैल 2025 से शुरू होने वाली तिमाही में छोटी बचत योजनाओं (Small savings scheme) की ब्याज दरें वही रहेंगी, जो अभी हैं। यह लगातार पांचवीं बार है जब सरकार ने इन दरों को जस का तस रखने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि पिछले डेढ़ साल से निवेशकों को मिलने वाला रिटर्न स्थिर है। सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2% की शानदार ब्याज दर बरकरार रहेगी, जो बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने का एक भरोसेमंद जरिया है। वहीं, PPF पर 7.1% और किसान विकास पत्र पर 7.5% की दर भी पहले की तरह जारी रहेगी।
सरकार का यह फैसला उन लोगों के लिए राहत की बात हो सकता है, जो स्थिर रिटर्न की उम्मीद करते हैं। लेकिन अगर आप ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आस लगाए बैठे थे, तो थोड़ा इंतजार और करना पड़ सकता है।
आपकी जेब में कितना आएगा पैसा?
तो आखिर इन योजनाओं (Small savings scheme) से आपको कितनी कमाई होगी? चलिए इसे आसान भाषा में समझते हैं। अगर आप सुकन्या समृद्धि अकाउंट में पैसा जमा करते हैं, तो आपको 8.2% की दर से ब्याज मिलेगा। यानी 1 लाख रुपये जमा करने पर सालाना 8,200 रुपये की अतिरिक्त आय। वहीं, PPF में निवेश करने वालों को 7.1% की दर से हर साल 7,100 रुपये का फायदा होगा। किसान विकास पत्र में 7.5% की दर से आपका पैसा 115 महीनों में दोगुना हो जाएगा।
इसके अलावा, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) पर 7.7%, तीन साल की सावधि जमा (FD) पर 7.1%, और मंथली इनकम स्कीम पर 7.4% की दर बरकरार रहेगी। डाकघर की साधारण बचत जमा पर भी 4% ब्याज मिलता रहेगा। कुल मिलाकर, ये योजनाएं मध्यम वर्ग के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश का रास्ता बनी रहेंगी।
आखिरी बार कब बदली थीं ब्याज दरें?
अगर आपको लग रहा है कि ब्याज दरों में बदलाव की खबर पुरानी बात हो गई है, तो आप बिल्कुल सही हैं। सरकार ने आखिरी बार वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में कुछ योजनाओं की दरों में हल्की बढ़ोतरी की थी। उस वक्त सुकन्या समृद्धि योजना की दर 8% से बढ़कर 8.2% और तीन साल की FD की दर 7% से 7.1% हुई थी। लेकिन उसके बाद से, यानी अप्रैल 2024 से अब तक, सब कुछ स्थिर है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा आर्थिक हालात और सरकारी बॉन्ड की यील्ड को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
ब्याज दरें कैसे तय होती हैं?
Small savings scheme: आपके मन में सवाल उठ सकता है कि आखिर ये ब्याज दरें तय कैसे होती हैं? दरअसल, केंद्र सरकार हर तीन महीने में इनकी समीक्षा करती है। यह प्रक्रिया श्यामला गोपीनाथ समिति की सिफारिशों पर आधारित है। समिति के मुताबिक, छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें सरकारी बॉन्ड की यील्ड से 0.25% से 1% तक ज्यादा होनी चाहिए। मगर सरकार इसे बाजार की स्थिति और आम लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर अंतिम रूप देती है।
आपके लिए क्या है खास?
अगर आप छोटी बचत योजनाओं (Small savings scheme) में निवेश करते हैं या करने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए राहत भरी है। स्थिर ब्याज दरें आपके निवेश की प्लानिंग को आसान बनाती हैं। खासकर मध्यम वर्ग और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग, जो डाकघर और बैंकों की इन योजनाओं पर भरोसा करते हैं, उनके लिए यह एक सुनहरा मौका है। तो देर किस बात की? अपने नजदीकी डाकघर या बैंक में जाकर इन योजनाओं के बारे में और जानकारी लें और अपने पैसे को सही दिशा दें।