Impact of Trump tariff FIP money change on India stock market: वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय शेयर बाजार ने शानदार प्रदर्शन किया है। बीएसई सेंसेक्स 3,763 अंक यानी 5.10% चढ़ा, तो निफ्टी में 1,192 अंक या 5.34% की उछाल आई। बाजार पूंजीकरण भी 25 लाख करोड़ से ज्यादा बढ़कर 4.12 करोड़ करोड़ रुपये तक पहुंच गया। लेकिन अब सबकी नजरें 2 अप्रैल से लागू होने वाले ट्रंप टैरिफ और विदेशी निवेशकों की चाल पर टिकी हैं। क्या ये भारत के शेयर बाजार की दिशा बदल देंगे? आइए, इस हफ्ते के बाजार के मिजाज को समझते हैं।
Trump tariff का असर: बाजार पर सस्पेंस
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल से भारत सहित कई देशों पर जवाबी शुल्क लगाने का ऐलान किया है। यह वैश्विक व्यापार और स्थानीय बाजारों को कैसे प्रभावित करेगा, इस पर विशेषज्ञों की नजर है। मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे कहते हैं, “ट्रंप का यह कदम बाजार की दशा-दिशा तय करेगा।” इस हफ्ते ईद-उल-फितर की छुट्टी के चलते सोमवार को बाजार बंद रहेगा, जिससे कारोबारी दिन कम होंगे। ऐसे में वैश्विक संकेत और विदेशी बाजारों का रुख अहम होगा।
विदेशी पैसा और पीएमआई डेटा: बाजार की कुंजी
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के वी के विजयकुमार का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का पैसा ट्रंप टैरिफ (Trump tariff ) से प्रभावित होगा। अगर शुल्क का असर ज्यादा न हुआ, तो एफआईआई की खरीदारी जारी रह सकती है। हाल के हफ्तों में उनकी बिकवाली कम हुई है और खरीदारी का रुझान दिखा है। इसके अलावा, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के पीएमआई आंकड़े भी निवेशकों के लिए अहम होंगे। रुपये-डॉलर का उतार-चढ़ाव और ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें भी बाजार की चाल तय करेंगी।
वैश्विक और घरेलू संकेत: निवेशकों की नजर
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजित मिश्रा बताते हैं कि छुट्टियों की वजह से कारोबारी सत्र कम होने से घरेलू संकेतों का अभाव रहेगा। ऐसे में निवेशक वैश्विक घटनाओं पर निर्भर होंगे। जियोजीत के विनोद नायर कहते हैं, “2 अप्रैल के बाद टैरिफ का असर साफ होगा। अमेरिका के रोजगार डेटा और भारत के पीएमआई आंकड़े भी बाजार को दिशा देंगे।” साथ ही, कंपनियों के तिमाही नतीजे भी निवेशकों के फैसले को प्रभावित करेंगे। पिछले हफ्ते सेंसेक्स 509 अंक और निफ्टी 168 अंक ऊपर बंद हुआ था।
आप पर इसका असर क्या?
यह हफ्ता शेयर बाजार के लिए रोमांचक होने वाला है। ट्रंप टैरिफ (Trump tariff) से वैश्विक व्यापार में हलचल मचेगी, जिसका असर भारत पर भी पड़ेगा। अगर आप निवेशक हैं, तो पीएमआई डेटा, एफआईआई की चाल और तेल की कीमतों पर नजर रखें। बाजार में उतार-चढ़ाव का मौका भी है और जोखिम भी। सही जानकारी के साथ फैसला लें क्योंकि यह सिर्फ संख्याओं का खेल नहीं, आपकी मेहनत की कमाई का सवाल है।