Can Diabetic patients eat watermelon: गर्मियों का मौसम शुरू होते ही बाजारों में तरबूज की बहार छा जाती है। पानी और मिठास से लबालब यह फल हर किसी को लुभाता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या डायबिटीज से जूझ रहे लोग भी इसे खा सकते हैं? अगर आप भी इस दुविधा में हैं कि तरबूज आपके लिए सही है या नहीं, तो यह लेख आपके लिए है। आइए, विशेषज्ञों की राय और तथ्यों के आधार पर समझते हैं कि तरबूज का सेवन ब्लड शुगर लेवल को कैसे प्रभावित करता है।
डायबिटीज में तरबूज खाना चाहिए या नहीं?
तरबूज न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी कई फायदे लेकर आता है। इसमें ढेर सारे पोषक तत्व जैसे विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी भी चीज को खाने से पहले उसके ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) और ग्लाइसेमिक लोड (Glycemic Load) को समझना जरूरी है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स क्या है और क्यों है जरूरी?
ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक पैमाना है जो बताता है कि कोई खाद्य पदार्थ खाने के बाद ब्लड शुगर कितनी तेजी से बढ़ता है। यह 0 से 100 के बीच मापा जाता है। कम GI वाले खाद्य पदार्थ डायबिटीज मरीजों के लिए सुरक्षित माने जाते हैं। हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 55 से कम GI को सुरक्षित, 56-69 को मध्यम, और 70 से ऊपर को हाई माना जाता है। हाई GI वाले फूड्स से डायबिटीज मरीजों को बचना चाहिए।
तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कितना है?
रिपोर्ट्स बताती हैं कि तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 72 है, जो इसे हाई GI कैटेगरी में रखता है। यानी यह तेजी से ब्लड शुगर बढ़ा सकता है। लेकिन क्या सिर्फ यही बात तरबूज को डायबिटीज मरीजों के लिए नुकसानदायक बनाती है? आइए आगे देखते हैं।
Watermelon and Diabetes: न्यूट्रिशनिस्ट की राय
प्रसिद्ध पोषण विशेषज्ञ दीपशिखा जैन ने अपने हालिया इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि तरबूज का GI भले ही हाई हो, लेकिन इसका ग्लाइसेमिक लोड काफी कम (लगभग 2) है। कम GL का मतलब है कि यह ब्लड शुगर पर बहुत ज्यादा असर नहीं डालता। तरबूज में पानी की मात्रा 90% से ज्यादा होती है और फाइबर भी अच्छा खासा होता है, जो इसे डायबिटीज मरीजों के लिए सीमित मात्रा में सुरक्षित बनाता है।
तो क्या करें डायबिटीज मरीज?
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि तरबूज को पूरी तरह छोड़ने की जरूरत नहीं है। बस कुछ सावधानियां बरतें:
- सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले तरबूज न खाएं।
- दोपहर के खाने या शाम के नाश्ते में थोड़ी मात्रा में इसे शामिल कर सकते हैं।
- तरबूज का जूस बनाने से बचें, क्योंकि यह शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है।
- खाने से पहले और बाद में ब्लड शुगर चेक करें।
- तरबूज के साथ हेल्दी फैट्स या प्रोटीन (जैसे नट्स या दही) खाएं, ताकि शुगर धीरे-धीरे अवशोषित हो।
तरबूज एक पौष्टिक फल है, लेकिन डायबिटीज मरीजों को इसे संयम से खाना चाहिए। अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लेकर इसे अपनी डाइट में शामिल करें।
अस्वीकरण: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी चिकित्सीय सलाह का स्थान नहीं लेता। व्यक्तिगत सलाह के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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