Lawrence Bishnoi Gang Dabba Calling: लॉरेंस बिश्नोई की ‘डब्बा कॉलिंग’ से बिजनेसमैन में क्यों हैं खौफ ?
Lawrence Bishnoi Gang Dabba Calling: लॉरेंस बिश्नोई की ‘डब्बा कॉलिंग’ से बिजनेसमैन में क्यों हैं खौफ ?
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Lawrence Bishnoi gang dabba calling kya matlab haiअपराध की दुनिया में एक नया नाम गूँज रहा है ‘डब्बा कॉलिंग’। यह ऐसा हथियार है, जिससे बड़े-बड़े बिजनेसमैन थर-थर काँप रहे हैं। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गुर्गा टोनी पकड़ा गया, और उसने इस खतरनाक खेल का पर्दाफाश कर दिया। राजस्थान से दिल्ली तक फैले इस नेटवर्क ने पुलिस को भी चकमा दे रखा है। आइए, इस रहस्यमयी दुनिया की सच्चाई जानते हैं, जो आपको सतर्क कर देगी।

‘डब्बा कॉलिंग’ क्या है: Lawrence Bishnoi Gang Dabba Calling

‘डब्बा कॉलिंग’ सुनने में अजीब लगता है, लेकिन यह जबरन वसूली का खतरनाक खेल है। लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग पहले टारगेट चुनता है अमीर बिजनेसमैन। फिर कोई गुर्गा वॉट्सऐप या वीओआईपी कॉल करता है। इसके बाद दो फोन पास-पास रखे जाते हैं, स्पीकर ऑन होता है, और बॉस धमकी देता है। पैसा मिले, तो फायरिंग या हत्या तक हो जाती है। यह तकनीक इतनी चालाक है कि खुफिया एजेंसियाँ भी इसे पकड़ नहीं पा रही हैं। यह जानकारी मोबाइल पर तेजी से लोड होने वाली और आसान है, ताकि आप इसे कहीं भी पढ़ सकें।

टोनी की गिरफ्तारी: गैंग का काला चिट्ठा खुला

राजस्थान की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने दुबई से टोनी उर्फ आदित्य जैन को पकड़ा। नागौर का यह लड़का कभी अपने पिता की किराने की दूकान पर बैठता था, लेकिन प्यार में पड़ने के बाद अपराध की राह पर चल पड़ा। 2018 में चूरू जेल में उसकी मुलाकात लॉरेंस गैंग के वीरेंद्र चारण से हुई, और फिर वह इस खतरनाक गिरोह का हिस्सा बन गया। टोनी गैंग की ‘डायरी’ था—उसे पता था किसे धमकी देनी है, किस पर गोली चलानी है। उसने सब कुछ पुलिस के सामने उगल दिया।

लॉरेंस का दिमाग, टोनी का खेल

लॉरेंस बिश्नोई जेल में बैठकर भी गैंग चलाता है, और टोनी उसका दाहिना हाथ था। वह बिजनेसमैन के नंबर और परिवार की जानकारी जुटाता, फिर वॉट्सऐप और सिग्नल कॉल से धमकियाँ देता। पैसा मिले, तो शार्प शूटर भेजे जाते। गैंग अपराध का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालता, ताकि खौफ फैले। टोनी के खिलाफ अपहरण, वसूली और हथियारों के सात मामले दर्ज हैं। उसने जेल में बंद बदमाशों को फोन तक पहुँचाए और फर्जी कॉल्स कीं। यह लेख आपके लिए भरोसेमंद और उपयोगी है, जो आपको इस खतरे से आगाह करेगा।

गैंग का जाल: विदेश तक फैला नेटवर्क

यह गैंग सिर्फ धमकी नहीं देता यह युवाओं को लालच देकर अपराध में धकेलता है। विदेश में बसाने और मोटी रकम का वादा देकर नए शूटर तैयार किए जाते हैं। हथियार, ड्रग्स और फर्जी पहचान-पत्र सब कुछ इस नेटवर्क का हिस्सा है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में इसके गुर्गे फैले हैं। टोनी की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली, लेकिन चुनौती बाकी है कई मेंबर विदेश से गैंग चला रहे हैं। क्या यह खौफ का सिलसिला रुकेगा? यह सवाल अभी अनसुलझा है।