Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को अर्पित करें ये खास पुष्‍प
Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को अर्पित करें ये खास पुष्‍प
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Maha Shivratri 2025 lord shiva worship tips: महाशिवरात्रि एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन, भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार के प्रसाद चढ़ाते हैं। फूल भगवान शिव को अर्पित किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण प्रसादों में से एक हैं।

Maha Shivratri 2025 पर भगवान शिव को अर्पित करें ये पुष्‍प

धतूरा: धतूरा भगवान शिव को बहुत प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि धतूरा चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।

आक: आक का फूल भी भगवान शिव को प्रिय है। यह फूल चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

कनेर: कनेर का फूल भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए चढ़ाया जाता है।

शमी: शमी का फूल भगवान शिव को बहुत प्रिय है। यह फूल चढ़ाने से भक्तों के सभी संकट दूर होते हैं।

मदार: मदार का फूल भी भगवान शिव को चढ़ाया जाता है।

अपराजिता: अपराजिता का फूल भगवान शिव को अर्पित करने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

बेला: बेला का फूल भगवान शिव को चढ़ाने से भक्तों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

गुलाब: गुलाब का फूल भगवान शिव को चढ़ाने से भक्तों को शांति और प्रेम की प्राप्ति होती है।

कमल: कमल का फूल भगवान शिव को चढ़ाने से भक्तों को ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इन फूलों के अलावा, आप भगवान शिव को अपनी श्रद्धा और भक्ति के अनुसार कोई भी फूल अर्पित कर सकते हैं।

इन बातों का रखें ध्‍यान

Maha Shivratri 2025: फूल ताजे और साफ होने चाहिए। फूलों को भगवान शिव को अर्पित करने से पहले धो लेना चाहिए। फूलों को भगवान शिव को अर्पित करते समय मंत्रों का जाप करना चाहिए। फूलों को भगवान शिव को अर्पित करने के बाद, उन्हें प्रसाद के रूप में ग्रहण करना चाहिए।

भगवान शिव की पूजा करना एक पवित्र और आध्यात्मिक अनुभव है। यह माना जाता है कि भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।

भगवान शिव की पूजा कैसे करें

Maha Shivratri 2025 पर भगवान शिव की पूजा करने के लिए सबसे अच्छा समय ब्रह्म मुहूर्त होता है, जो सूर्योदय से लगभग डेढ़ घंटे पहले का समय होता है। इस समय उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

अपने घर में एक शांत और स्वच्छ स्थान चुनें जहाँ आप भगवान शिव की पूजा कर सकें।
इस स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें और एक वेदी स्थापित करें।

भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग स्थापित करें

आप भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग को वेदी पर स्थापित कर सकते हैं। यदि आपके पास शिवलिंग है, तो उसे एक पीतल के बर्तन में रखें।

भगवान शिव को स्नान कराएं

Maha Shivratri 2025 के अवसर पर भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से स्नान कराएं। इसके बाद उन्हें शुद्ध जल से स्नान कराएं।

भगवान शिव को वस्त्र और आभूषण अर्पित करें

भगवान शिव को वस्त्र और आभूषण अर्पित करें। उन्हें सफेद या पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें। भगवान शिव को फूल और बेलपत्र अर्पित करें। उन्हें धतूरा, आक, कनेर, शमी और मदार के फूल भी अर्पित किए जा सकते हैं।

 भगवान शिव को धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें

Maha Shivratri 2025 पर भगवान शिव को धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें। आप उन्हें फल, मिठाई और पंचामृत का भोग लगा सकते हैं।
भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें। आप “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप कर सकते हैं।

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