Premanand Ji Maharaj: बुरा करके सुख भोग रहे हो? आगे क्‍या हो जानिए क्‍या बोले प्रेमानंद जी
Premanand Ji Maharaj: बुरा करके सुख भोग रहे हो? आगे क्‍या हो जानिए क्‍या बोले प्रेमानंद जी
TimesScope WhatsApp Channel

Premanand Ji Maharaj on bad deeds: प्रेमानंद जी महाराज इन दिनों काफी फेमस हैं। उनके विचारों से जीवन की समस्‍याओं का हल निकलता है। आप प्रेमानंद जी महाराज के सत्संग और प्रवचन सुनकर उनके विचारों के बारे में अधिक जान सकते हैं। उनके विचारों को अपने जीवन में अपनाकर आप एक सुखी और समृद्ध जीवन जी सकते हैं।

प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि जो व्यक्ति आज बुरा काम करके सुखी होता है, वह वास्तव में अज्ञानी है। उसे यह नहीं पता कि इस बुरे काम का परिणाम उसे भविष्य में कितना दुख देगा।

क्‍या कहते हैं Premanand Ji Maharaj

प्रेमानंद जी महाराज कर्म के सिद्धांत पर जोर देते हैं। उनके अनुसार, हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है। आज आप जो भी बुरा काम करते हैं, उसका फल आपको भविष्य में अवश्य भोगना पड़ेगा।

बुरे काम से मिलने वाला सुख क्षणिक होता है। यह स्‍थायी नहीं होता। वास्तव में, यह सुख एक भ्रम है, जो हमें अंधकार में ले जाता है।

बुरे काम करने से हमारी आत्मा का पतन होता है। हम धीरे-धीरे अपने मूल्यों से दूर होते जाते हैं और अंततः दुखी होते हैं।

दूरदृष्टि

Premanand Ji Maharaj कहते हैं कि समझदार व्यक्ति वही है जो आज के सुख के लिए अपने भविष्य को खतरे में नहीं डालता। वह जानता है कि आज का क्षणिक सुख, कल के अनंत दुख का कारण बन सकता है।

जो व्यक्ति आज बुरा काम करता है, उसे कल पश्चाताप करना पड़ेगा। पश्चाताप का दुख बहुत बड़ा होता है। यदि किसी ने अतीत में बुरे काम किए हैं, तो उसे निराश नहीं होना चाहिए। उसे अपने कर्मों को सुधारने का प्रयास करना चाहिए और भविष्य में अच्छे काम करने चाहिए।

प्रेमानंद जी महाराज का संदेश

Premanand Ji Maharaj हमें यह संदेश देते हैं कि हमें अपने कर्मों के प्रति सावधान रहना चाहिए। हमें केवल वही काम करने चाहिए जो सही हैं और जिनका परिणाम अच्छा होगा। आज के सुख के लिए हमें अपने भविष्य को खतरे में नहीं डालना चाहिए।

जीवन में कठिनाइयां आती हैं, लेकिन हमें उनसे डरना नहीं चाहिए। हमें उनका सामना धैर्य और साहस के साथ करना चाहिए।

हमें हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए और अच्छे काम करने चाहिए। इससे हमारा भविष्य उज्जवल होगा।

भगवान हमेशा हमारे साथ हैं। यदि हम सच्चे मन से पश्चाताप करते हैं और अच्छे काम करने का संकल्प लेते हैं, तो वह हमें क्षमा कर देंगे।

प्रेमानंद जी महाराज के अनमोल विचार

Premanand Ji Maharaj के अनुसार ध्यान और साधना से मनुष्य अपने भीतर की शक्ति को जाग्रत करता है और आत्मज्ञान की ओर बढ़ता है।

जो व्यक्ति निंदा और आलोचना को सहन कर लेता है, वही सच्चे तपस्वी का दर्जा प्राप्त करता है।

जीवन में हर परेशानी एक अवसर होती है, आत्मा की गहराई को समझने और उसे उजागर करने का।

अगर तुम अपने भीतर की आवाज़ सुनोगे, तो तुम्हें पता चलेगा कि जीवन का असली उद्देश्य क्या है।

मनुष्य का मन ही उसकी सबसे बड़ी शक्ति है, वही उसे ऊचा या नीचा बना सकता है।

जो परमात्मा में विश्वास रखते हैं, वही जीवन के हर पल में शांति और संतुलन पाते हैं।

अपने कर्मों से अपने भविष्य को बनाओ, क्योंकि वर्तमान का हर कदम भविष्य को प्रभावित करता है।

सच्ची भक्ति वो है जो बिना किसी स्वार्थ के होती है, जिसमें केवल प्रेम और समर्पण हो।

Premanand Ji Maharaj: मान लीजिए प्रेमानंद जी महाराज की ये बातें जिंदगी में सबकुछ मिलेगा