Premanand Ji Maharaj on parents: बच्चों को समय न देना क्या सही है? जानें प्रेमानंद जी महाराज ने कैसे समझाया
Premanand Ji Maharaj on parents: बच्चों को समय न देना क्या सही है? जानें प्रेमानंद जी महाराज ने कैसे समझाया
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Premanand Ji Maharaj on parents: आज के समय में, माता-पिता पर कई तरह के दबाव होते हैं, जैसे कि करियर बनाने का दबाव, आर्थिक दबाव आदि। इन दबावों के कारण बच्चों के लिए समय निकालना मुश्किल हो सकता है।

प्रेमानंद जी महाराज ने अक्सर अपने प्रवचनों में आधुनिक जीवनशैली और पारिवारिक मूल्यों के बीच संतुलन बनाने पर जोर दिया है। नौकरी के कारण बच्चों को कम समय देने के मुद्दे पर भी उन्होंने अपने विचार रखे हैं।

बच्चों को समय न देना क्या सही है?

प्रेमानंद जी महाराज मानते हैं कि समय बहुत मूल्यवान है और हमें इसे सोच-समझकर खर्च करना चाहिए। बच्चों के साथ बिताया गया समय उनके जीवन में सबसे महत्वपूर्ण होता है।

नौकरी करना जरूरी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया जाए। हमें दोनों के बीच संतुलन बनाना चाहिए।

बच्चों के साथ मात्रात्मक समय बिताने से ज्यादा गुणवत्तापूर्ण समय बिताना महत्वपूर्ण है। बच्चों के साथ खेलना, बातचीत करना और उनकी गतिविधियों में शामिल होना उनके विकास के लिए बहुत जरूरी है।

बच्चों को दें आध्यात्मिक मूल्य

प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj on parents) आध्यात्मिक मूल्यों को बहुत महत्व देते हैं। वे मानते हैं कि बच्चों को बचपन से ही धर्म और संस्कृति से जोड़ा जाना चाहिए।

प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, बच्चों के साथ समय बिताना माता-पिता का कर्तव्य है। नौकरी के कारण बच्चों को समय न देना बच्चों के मानसिक विकास पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।

Premanand Ji Maharaj on parents

Premanand Ji Maharaj on parents: उन्होंने जोर दिया है कि माता-पिता को अपने बच्चों के लिए समय निकालना चाहिए, भले ही इसके लिए उन्हें कुछ त्याग करना पड़े। प्रेमानंद जी महाराज ने श्रद्धालु के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आप जिसके लिए मेहनत कर रहे हैं पैसा कमा रहे हैं, जब उसे ही समय नहीं दे पा रहे हैं, तो फिर वह पैसा किस काम का है.

इंसान भले ही पैसा कम कमाए लेकिन अपने बच्चे को प्यार और दुलार जरूर दे. महाराज ने आगे कहा कि बच्चे को मां का प्यार चाहिए, नौकरानी की सेवा नहीं, क्योंकि बच्चे को जो संस्कार माता-पिता दे सकते हैं, उसे कोई नौकरानी नहीं दे सकती है.

इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि जो बच्चे को दूसरों के भरोसे घर पर छोड़कर जाता है, वह बच्चा प्यार के लिए हमेशा तरसता रहेगा.

समय को मैनेज करना सीखें: Premanand Ji Maharaj

Premanand Ji Maharaj on parents: प्रेमानंद जी महाराज सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बच्चे को माता-पिता दोनों का प्यार मिलना चाहिए. अगर मां-बाप दोनों वर्किंग हैं, तो उन्हें समय को मैनेज करना सीखें.

इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि अगर आज आप बच्चे को प्यार नहीं दे रहे हैं, तो बड़े होने पर प्यार न मिलने की वजह से आपको वो प्यार नहीं करेगा. बड़े होने पर पेरेंट्स और बच्चे के बीच प्यार का रिश्ता कभी नहीं बन पाएगा. साथ ही बड़े होने पर बच्चे घर से दूर चले जाएंगे. (Premanand Ji Maharaj on parents)

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