Jaya Kishori: जानिए जया किशोरी ने ऐसा क्‍यों कहा- मूर्ख व्‍यक्ति का साथ होता है सबसे बुरा
Jaya Kishori: जानिए जया किशोरी ने ऐसा क्‍यों कहा- मूर्ख व्‍यक्ति का साथ होता है सबसे बुरा
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Jaya Kishori on foolish person: जया किशोरी एक प्रसिद्ध भारतीय मोटिवेशनल स्पीकर और आध्यात्मिक गुरु हैं। उनके विचारों और प्रवचनों को लोग बहुत पसंद करते हैं।

जया किशोरी ने अपने एक प्रवचन में कहा था कि “अच्छे व्यक्ति का साथ नहीं, बल्कि मूर्ख व्यक्ति के साथ होता है बुरा।”

दोनों तरह के लोगों से सीखें: Jaya Kishori

इस कथन का अर्थ है कि जो लोग अच्छे होते हैं, वे हमेशा अच्छे लोगों के साथ नहीं रहते हैं। कई बार उन्हें बुरे लोगों के साथ भी रहना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि दुनिया में अच्छे और बुरे दोनों तरह के लोग होते हैं। हमें दोनों तरह के लोगों के साथ रहना सीखना चाहिए।

Jaya Kishori कहती हैं कई बार लोग दूसरों की खुशी और भलाई के लिए बिना सोचे-समझे कार्य करते हैं, लेकिन यदि विवेक का उपयोग न किया जाए तो इसका परिणाम गलत भी हो सकता है।

अच्छाई का यह मतलब नहीं कि व्यक्ति हर स्थिति में बिना सोचे किसी का समर्थन करे। मूर्ख व्यक्ति का साथ कई बार खुद को और दूसरों को भी मुश्किलों में डाल सकता है।

जया किशोरी का यह भी कहना है कि हमें बुरे लोगों से दूर नहीं भागना चाहिए। हमें उनसे सीखना चाहिए कि कैसे बुरे लोगों से बचा जाए। हमें उनसे यह भी सीखना चाहिए कि कैसे अच्छे लोगों की संगति में रहा जाए।

बुद्धिमान बनें

सही मायने में सफलता और शांति उन्हीं लोगों को मिलती है जो अच्छे होने के साथ-साथ बुद्धिमान भी होते हैं। हर परिस्थिति में सही निर्णय लेने और विवेक का उपयोग करने से ही व्यक्ति अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जा सकता है।

जया किशोरी के इस विचार को अपनाकर हम अपने जीवन में सही संतुलन बना सकते हैं और अपने कार्यों को सार्थक बना सकते हैं।

ऐसे लोगों से रहें सावधान

Jaya Kishori कहती हैं यह सच है कि बुरे लोगों के साथ रहने से हमें बुराई का अनुभव हो सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें उनसे दूर भागना चाहिए। हमें उनसे सीखना चाहिए और उनसे सावधान रहना चाहिए।

अच्छे लोगों के साथ रहने से हमें अच्छाई का अनुभव होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें बुरे लोगों से दूर भागना चाहिए। हमें उनसे सीखना चाहिए और उनसे सावधान रहना चाहिए।

Jaya Kishori के अनुसार हमें अच्छे और बुरे दोनों तरह के लोगों के साथ रहना सीखना चाहिए। हमें दोनों तरह के लोगों से सीखना चाहिए और उनसे सावधान रहना चाहिए।

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